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सत्ता से बेदखल किए गए पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान इस समय जेल में बंद हैं लेकिन इसके बावजूद उनका भाषण पूरे पाकिस्तान में वायरल हो रहा है। मजे की बात ये है कि ये भाषण बिल्कुल नया है और पहले से रिकॉर्ड किया हुआ नहीं है। दरअसल इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने रविवार को एक वर्चुअल रैली के साथ अपना चुनाव अभियान शुरू किया। पार्टी के अनुसार, इस वर्चुअल रैली को सभी सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर 50 लाख से अधिक लोगों ने देखा।
पीटीआई के लिए ये वर्चुअल रैली बेहद खास थी। दरअसल इस रैली में पीटीआई संस्थापक अध्यक्ष इमरान खान का एआई-जनरेटेड बयान दिखाया गया। इससे पहले 17 दिसंबर की ऑनलाइन रैली इंटरनेट व्यवधान के कारण बाधित हो गई थी। हालांकि, दूरसंचार नियामक ने कहा कि रुकावटों की जांच की जा रही है, लेकिन यह भी कहा कि कुल मिलाकर इंटरनेट एक्सेस सामान्य है।
इमरान खान के चार मिनट लंबे एआई-जनरेटेड भाषण में उनकी सोशल मीडिया टीम को उनके प्रयासों के लिए धन्यवाद दिया गया। भाषण में इस बात पर भी जोर डाला कि पार्टी को “रैलियां आयोजित करने की अनुमति नहीं थी और सदस्यों को परेशान किया जा रहा था और उनका अपहरण किया जा रहा था।”
जेल में बंद पूर्व पीएम के नोट्स पर आधारित AI वीडियो बयान में उन्होंने अपने उनके समर्थकों से 8 फरवरी को बड़ी संख्या में बाहर आने और व्यवस्था को बदलने के लिए वोट डालने का आग्रह किया है। पार्टी का कहना है कि उनके पूर्व अध्यक्ष की आवाज एआई-जनरेटेड थी। साझा किए गए वीडियो में इस्तेमाल की गई तस्वीरों में वास्तविक तस्वीरें और वीडियो दोनों हैं। साथ ही इमरान खान की एडिट की गई तस्वीरें भी हैं, जिसमें उन्हें सलाखों के पीछे और पवित्र कुरान पढ़ते हुए दिखाया गया है। यह पूछे जाने पर कि क्या पूरा वीडियो एआई प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करके बनाया गया था, तो इस पर पीटीआई के एक प्रवक्ता ने जियो.टीवी से पुष्टि की कि केवल इमरान खान की आवाज एआई-क्राफ्टेड थी।
इमरान खान अगस्त से सलाखों के पीछे हैं। वे कई मामलों का सामना कर रहे हैं, जिसमें एक गुप्त दस्तावेज (साइफर) से संबंधित मामला भी शामिल है, जिसके बारे में उनकी पार्टी का दावा है कि यह उन्हें पद से हटाने की साजिश का सबूत है। इसके अलावा, इमरान खान (71) पर तोशाखाना नियमों के उल्लंघन का भी आरोप है। पाकिस्तान के शीर्ष नेताओं को विदेश यात्रा के दौरान मिलने वाले उपहारों को तोशाखाना में रखा जाता है।
पाकिस्तान के चुनाव आयोग (ईसीपी) ने आठ अगस्त को 71 वर्षीय खान को अयोग्य घोषित कर दिया था जो प्रधानमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान प्राप्त उपहारों का विवरण छिपाने के आरोप में तोशाखाना भ्रष्टाचार मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद वर्तमान में रावलपिंडी की अडियाला जेल में बंद हैं।
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