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Israel special operation in gaza: इजरायल की सेना ने हमास के कब्जे से अपने चार बंधकों को रिहा करवा लिया है। यह उसका सबसे जटिल और मुश्किल टास्क था। इजरायली सेना का कहना है कि हमारे लड़ाकों हफ्तों की कठिन ट्रेनिंग के बाद इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। हमास की दो इमारतों में छापेमारी कर महीनों से कैद में रह रहे 4 इजरायलियों को रिहा करवाया। पिछले साल 7 अक्तूबर के दिन म्यूजिक फेस्टिवल के दौरान इनका अपहरण किया गया था। हालांकि यह ऑपरेशन 210 निर्दोष फिलिस्तीनियों की लाशों पर हुआ। मरने वालों में ज्यादातर बच्चे और महिलाएं थी।
इजरायली रक्षा बल आईडीएफ ने इस बेहद मुश्किल ऑपरेशन का वीडियो भी जारी किया है। वीडियो में देखा जा सकता है कि इजरायली सेना ने न सिर्फ जमीन बल्कि हवाई हमलों का भी सहारा लिया। एक रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायली सेना ने गाजा में ऑपरेशन के दौरान हमास के कब्जे से नोआ अरगामनी ( 27), अलमोग मीर (22), एंद्रेई कोज़लोव (27) और सलोमी ज़ीव (41) को छुड़ाया। आईडीएफ के अनुसार, इन चार बंधकों को हमास ने 7 अक्टूबर को संगीत समारोह से अपहरण कर लिया था।
हफ्तों की ट्रेनिंग और दिन में ऑपरेशन
फॉक्स न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, आईडीएफ ने इस ऑपरेशन के लिए हफ्तों की प्लानिंग की और फिर इसे अंजाम दिया। रिपोर्ट में कहा गया है कि ऑपरेशन स्थानीय समयानुसार सुबह करीब 11 बजे मध्य गाजा के नुसीरात में किया गया। इजरायली सेना ने ऑपरेशन में तीन पुरुष और एक महिला बंधकों को छुड़ाने के लिए हमास की दो इमारतों पर छापेमारी की। ऑपरेशन में इजरायल के शिन बेट एजेंट भी शामिल थे। ऑपरेशन से पहले इजरायली सैनिक ने हफ्तों तक कठिन ट्रेनिंग ली थी।
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, 26 वर्षीय नोआ अरगामनी को एक अपार्टमेंट में पाया गया था। जबकि अलमोग मीर (22), एंद्रेई कोज़लोव (27) और सलोमी ज़ीव (41) को दूसरी इमारत से रेस्क्यू किया गया।
ऑपरेशन में कितने फिलिस्तीनी मारे गए
इजरायल के इस जटिल ऑपरेशन की दूसरी कड़वी हकीकत यह है कि इस ऑपरेशन में सैकड़ों निर्दोष फिलिस्तीनियों की मौत हो गई। अल अक्सा अस्पताल के मुताबिक, उसके यहां 70 लाशें आई हैं। अस्पताल प्रशासन का दावा है कि इजरायली ऑपरेशन में ये सभी लोग मारे गए। मरने वालों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे थे, जो राहत शिविरों में शरण लिए हुए थे। इजरायली सेना ने राहत शिविरों में जमकर बमबारी की थी। हालांकि हमास के मुताबिक, मरने वालों की संख्या कम से कम 210 है। जबकि, इजरायली सेना का दावा है कि उनके ऑपरेशन में अधिकतम 100 फिलिस्तीनियों की मौत हुई है।
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