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PM Modi in Loksabha: लोकसभा में सोमवार को राहुल गांधी के जोरदार भाषण के बाद आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बोलेंगे। पीएम मोदी राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब देंगे। लोकसभा में अपने भाषण से पहले प्रधानमंत्री एनडीए की संसदीय दल की बैठक को संबोधित करेंगे। तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद पीएम मोदी की संसदीय दल के साथ यह पहली बैठक होगी। लोकसभा चुनाव में बहुमत गंवाने के बाद भाजपा इस बार सहयोगी दलों पर पूरी तरह से आश्रित है। ऐसे में यह बैठक काफी मायने रखती है। गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 240 सीटें जीती हैं, वहीं सहयोगी दलों ने 53 सीटों पर विजय हासिल की है। इसकी बदौलत 543 सदस्यों वाली लोकसभा में एनडीए ने आसानी से बहुमत हासिल कर लिया है। बता दें कि पहले धन्यवाद प्रस्ताव शुक्रवार को ही होना था, लेकिन नीट पर चर्चा की मांग समेत विभिन्न मुद्दों पर विपक्ष के हंगामे के चलते यह डिले हो गया।
अभयमुद्रा का किया जिक्र
राहुल गांधी ने सोमवार को भाजपा पर जमकर हमला बोला था। उन्होंने लोकसभा चुनाव के दौरान खुद पर उठाए गए सवालों को लेकर भी बातें कहीं। इसके अलावा नीट पेपर से जुड़े आरोपों और अग्निपथ योजना पर भी अपनी बातें रखीं। इस दौरान उन्होंने कहा कि अग्निवीरों को शहीद का दर्जा नहीं दिया जा रहा। राहुल गांधी ने कहा कि अग्निवीरों को यूज एंड थ्रो लेबर बनाकर रख दिया गया है। इसके अलावा हिंदू प्रतीक अभयमुद्रा का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि यह निडरता और सुरक्षा की सीख देता है। उन्होंने अभयमुद्रा की तुलना कांग्रेस पार्टी के सिंबल से की और भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि यह लोग केवल नफरत और हिंसा फैलाते हैं।
काफी तीखे थे राहुल के तेवर
राष्ट्रपति अभिभाषण पर चर्चा में विपक्ष की अगुवाई करते हुए राहुल गांधी डेढ़ घंटे से अधिक समय तक बोलते रहे। अपने भाषण में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर तीखे प्रहार किए। एजेंसियों के दुरुपयोग, बेरोजगारी, महंगाई, अग्निवीर, किसान आंदोलन आदि मुद्दों पर सरकार को घेरा। सिर्फ इतना ही नहीं, उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला पर भी कटाक्ष किए। राहुल गांधी के भाषण के दौरान दो बार प्रधानमंत्री को हस्तक्षेप करना पड़ा, जबकि गृह मंत्री अमित शाह ने तीन बार और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह एवं कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान को एक-एक बार हस्तक्षेप करना पड़ा। इस दौरान लोकसभा की दर्शक दीर्घा में कांग्रेस संसदीय दल की नेता श्रीमती सोनिया गांधी भी मौजूद थीं। उनके साथ कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी वहां पर बैठी हुई थीं।