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कांवड़ यात्रा 2024 के लिए प्लान बना है तो है तो आपको बिल्कुल भी टेंशन लेने की जरूरत नहीं है। यात्रा रूट पर कांवड़ियों के स्वास्थ्य के लिए हरिद्वार प्रशासन की ओर से धासूं प्लान बनाया गया है। कांवड़ रूट पर कांवड़ियों के लिए अस्पताल बनाने की कार्ययोजना बनाई गई है।
कांवड़ियों के लिए एंबुलेंस से लेकर जरूरी जीवनरक्षक दवाओं का इंतेजाम किया जाएगा। ऐसे में यूपी, दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा समेत पड़ोसी राज्यों से आने वाले कांवड़ियों को काफी फायदा पहुंचेगा।
कांवड़ मेले 2024 के लिए 12 दिनों तक हरिद्वार में 21 अस्थाई अस्पताल बनेंगे।
प्रशासन की ओर से इसे अस्थाई स्वास्थ्य शिविर का नाम दिया गया है। इन शिविरों में 24 घंटे एंबुलेंस भी खड़ी रहेंगी। सात बाइक एंबुलेंस भी मेला क्षेत्र में तैनात रहेंगी। 22 जुलाई से शुरू होने वाले कांवड़ मेले की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं।
12 जुलाई को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी हरिद्वार में समीक्षा भी कर सकते हैं। मेले के लिए 14 सुपर जोन, 36 जोन के साथ ही 130 सेक्टर बनाए गए हैं। इसके अलावा 13 पार्किंग बनाई गई हैं, जिनकी क्षमता 50 हजार रहेगी। मेला क्षेत्र में 334 सीसीटीवी से निगरानी करने की व्यवस्था भी इस बार की जा रही है।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से मेले में पांच सेक्टर बनाए गए हैं। इसमें हरिद्वार, बैरागी-चिड़ियापुर, बहादराबाद, रुड़की और नारसन को बनाया गया है। इसके साथ ही जिला क्षय रोग चिकित्सालय में कांवड़ मेला कंट्रोल रूम बनाया जाएगा। इसके अलावा कांवड़ियों के लिए बैड भी आरक्षित किए गए हैं।
यहां बनेंगे अस्थाई अस्पताल
हरकी पैड़ी, पंतद्वीप, चमगादड़टापू, रोड़ीबेल वाला, मनसा देवी, पुलिस चौकी चंडी घाट, भूमानंद चौक चंडीघाट, दिव्य प्रेम सेवा मिशन घाट, गुरुद्वारा गैंडीखाता, पुलिस चौकी चिड़ियापुर, बैरागी कैंप, बैरागी कैंप टू, शंकराचार्य चौक, जटवाड़ा पुल, बहादराबाद, धनौरी रेगुलेटर पुल, पिरान कलियर, नगर पालिका परिसर रुड़की, आसफनगर रेगूलर बैंड, मंगलौर पुल, नसीरपुर पुल पर बनाया जाएगा।
निजी अस्पताल से सहयोग लेंगे
कांवड़ यात्रा मार्ग पर पड़ने वाले बाबा बफार्नी, जया मैक्सवेल, भूमा निकेतन, कपूर अस्पताल, कोर अस्पताल और आरोग्यम अस्पताल से भी सहयोग लिया जाएगा। इन अस्पतालों से भी बातचीत की गई है।
कांवड़ मेले को लेकर व्यापारी भी तैयारी में जुटे कांवड़ मेले की तैयारियों में जहां प्रशासन जुट गया है, वहीं व्यापारियों ने भी अपने स्तर से तैयारी शुरू कर दी है। हर साल कांवड़ के दौरान हरिद्वार लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं। इससे व्यापारियों को कांवड़ मेला शुरू होने का इंतजार रहता है।
यात्रा में आने वाले कांवड़ियों के स्वास्थ्य के लिए व्यवस्था की जा रही है। इसके लिए 21 अस्थाई कैंप बनाए जाएंगे। जिनमें अस्पताल की तरह व्यवस्था की जा रही है।
धीराज सिंह गर्ब्याल जिलाधिकारी, हरिद्वार
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