Who is Dr. Pooja Khedkar: ट्रेनी IAS अधिकारी पूजा खेड़कर का महाराष्ट्र सरकार ने तबादला कर दिया है। अब वह अपना बचा हुआ प्रोबेशन पीरियड वाशिम में गुजारेंगी। इससे पहले वह पुणे में नियुक्त थीं। खास बात है कि नियुक्ति से लेकर अब तक विवाद ट्रेनी IAS का पीछा नहीं छोड़ रहे हैं। हाल ही में स्टाफ के साथ उनके बर्ताव और अनुचित मांगों को लेकर सवाल उठे थे। अब उनके सर्टिफिकेट्स पर भी सवालियां निशान लग रहे हैं।
कौन हैं पूजा खेड़कर
पूजा खेड़कर 2022 बैच की महाराष्ट्र कैडर की IAS अधिकारी हैं। कुछ समय पहले ही लाल और नीली बत्ती के साथ निजी Audi कार चलाने के कारण वह विवादों में आ गई थीं। खबरें हैं कि उन्होंने कार पर महाराष्ट्र सरकार का बोर्ड और VIP नंबर प्लेट भी लगा रखी थी। निजी ऑडी कार के इस्तेमाल की खबर से विभाग में काफी हड़कम्प मच गया था।
की थीं ये मांगें
दरअसल, खेड़कर की तरफ से ऐसी मांगें की गई थीं, जो प्रोबेशन पर काम कर रहे अधिकारी को नहीं दी जाती हैं। हिन्दुस्तान टाइम्स ने पुणे कलेक्टर सुहास दिवसे की तरफ से दाखिल की गई एक रिपोर्ट के हवाले से लिखा है कि खेड़कर बार-बार अलग केबिन, कार, रहने के लिए आवास, एक पियून जैसी मांग रखती थीं। खास बात है कि उन्होंने 3 जून को ट्रेनी के तौर पर ज्वाइन होने से पहले ही ये मांगें रख दी थीं।
क्या पिता ने भी अधिकारियों को धमकाया
खास बात है कि पूजा खेड़कर के पिता दिलिप खेड़कर भी रिटायर्ड प्रशासनिक अधिकारी हैं। कथित तौर पर उन्होंने जिला कलेक्टर के कार्यालय पर बेटी की मांगों को पूरा करने के लिए दबाव भी डाला। खास बात है कि पूजा के पिता लोकसभा चुनाव भी लड़ चुके हैं। पूजा खेड़कर पर एक सीनियर अधिकारी के आगे वाले कमरे पर कब्जा करने के भी आरोप हैं।
किस्सा सर्टिफिकेट का
पीटीआई भाषा के अनुसार, खेड़कर ने सिविल सेवा परीक्षा पास करने के लिए कथित तौर पर फर्जी दिव्यांगता और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) प्रमाण पत्र जमा किए। एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी। यह दावा उस समय सामने आया जब एक दिन पहले ही परिवीक्षाधीन आईएएस अधिकारी को पद के दुरुपयोग की शिकायतों के बाद पुणे से वाशिम स्थानांतरित कर दिया गया था। वह अपनी निजी ऑडी कार पर लाल-नीली बत्ती और वीआईपी नंबर प्लेट का इस्तेमाल करती थीं।
अधिकारी ने बताया कि खेड़कर ने ओबीसी और दृष्टिबाधित श्रेणियों के तहत सिविल सेवा परीक्षा दी थी और उन्होंने मानसिक बीमारी का प्रमाण पत्र भी जमा किया था। अधिकारी ने बताया कि अप्रैल 2022 में उन्हें अपने दिव्यांगता प्रमाण पत्र के सत्यापन के लिए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) दिल्ली जाने के लिए कहा गया था, लेकिन उन्होंने कोरोना वायरस संक्रमण का हवाला देते हुए ऐसा नहीं किया।
अधिकारी ने कहा कि उनके पिता दिलीप खेड़कर (जो राज्य सरकार के पूर्व अधिकारी हैं) ने हालिया लोकसभा चुनाव लड़ते समय अपनी संपत्ति का मूल्य 40 करोड़ रुपये घोषित किया था। हालांकि, अधिकारी ने कहा कि पूजा खेड़कर ओबीसी श्रेणी के तहत सिविल सेवा परीक्षा में शामिल हुईं, जहां ‘क्रीमी लेयर’ सीमा आठ लाख रुपये वार्षिक पैतृक आय है।
करोड़पति हैं पूजा खेड़कर
पुणे मिरर की एक रिपोर्ट के अनुसार, खेड़कर के पास 17 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति है। UPSC में जमा स्टेटमेंट ऑफ एसेट्स के हवाले से यह जानकारी दी गई है। रिपोर्ट के अनुसार, पूजा के रिटायर्ड अधिकारी पिता दिलिप खेड़कर के पास 40 करोड़ रुपये और मां मनोरमा के पास 15 करोड़ रुपये की संपत्ति है। रिपोर्ट के अनुसार, पूजा की तरफ से UPSC को बताया गया है कि उनके पास म्हालुंगे में 5.81 और 5.90 गुंठा का प्लॉट, कोंधवा में 724 वर्गफीट का प्लॉट, 4.74 हेक्टेयर जमीन धादवली में, नंदूर में 2.89 हेक्टेयर, 0.81 हेक्टेयर पचुंदे और सरेड़ी में 984 वर्गफीट जमीन है।