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समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने हालिया इंटरव्यू में सरकार पर तीखा हमला बोला है। इंटरव्यू में अखिलेश यादव ने बजट पर सवाल उठाए और केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। अखिलेश ने कहा कि यह बजट जनता के हितों को ध्यान में रखते हुए नहीं, बल्कि सरकार को बचाने के उद्देश्य से तैयार किया गया है। अखिलेश यादव का कहना है कि मौजूदा सरकार अस्थिर है और इसे गिरने में ज्यादा समय नहीं लगेगा। उन्होंने दावा किया कि यह सरकार बहुमत वाली नहीं है और इसे केवल कुछ लोगों के समर्थन से चलाया जा रहा है।
आजतक को दिए इंटरव्यू में उन्होंने महंगाई और बेरोजगारी बढ़ाने का आरोप भी सरकार पर लगाया। उन्होंने कहा, “सरकार के पास नया कुछ भी नहीं है। इसी सरकार ने महंगाई और बेरोजगारी बढ़ाई है।”
जयंत चौधरी और विपक्षी गठबंधन पर विचार
आरएलडी चीफ जयंत चौधरी के विपक्षी गठबंधन से फिर जुड़ने की संभावना पर अखिलेश यादव ने कहा कि राजनीति में किसी की मर्जी पर कुछ कहना मुश्किल है। उन्होंने कहा, “राजनीति में किसकी क्या मर्जी है, ये मैं कैसे जान सकता हूं। कुछ लोग अपनी मर्जी से आजाद होते हैं। उनकी मर्जी है कहीं भी जाने की।”
कांवड़ मार्ग में नेमप्लेट विवाद
उत्तर प्रदेश में कांवड़ मार्ग में दुकानों पर नेम प्लेट लगाने के विवाद पर सपा प्रमुख ने सरकार को निशाने पर लिया। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया और कहा कि यह सौहार्द्र की जीत है। अखिलेश ने कहा, “बीजेपी ये प्रयास करती रहती है कि कैसे नफरत फैले। हमें खुशी है कि जनता में इस तरह का भेदभाव कहीं नहीं दिख रहा है।” अखिलेश यादव ने कहा कि जनता एक-दूसरे का सहयोग करती है और रोजगार लोगों को जोड़ता है। उन्होंने कहा, “बीजेपी को ये बात अच्छी नहीं लगती है और ना उसे ये बात समझ में आ रही है। इसलिए उन्होंने ये तख्तियां लगवाईं। तख्तियां हटीं- ये सबसे बड़ी जीत है।”
‘सांप्रदायिकता के मुद्दे पर हमला’
अखिलेश ने आरोप लगाया कि सरकार के पास अब कोई कम्युनल मुद्दा नहीं बचा है और सांप्रदायिकता का जो दीया था, वह बुझने के कगार पर है। उन्होंने कहा, “कम्युनल का मुद्दा खत्म हो गया है। सांप्रदायिकता का जो दीया है, वो फड़फड़ा रहा है। आखिरी वक्त में उससे कैसे कुछ लाभ मिल जाए, इसलिए भाजपा प्रयास कर रही हैं। मुझे पूरा भरोसा है कि इसमें वे लोग सफल नहीं होंगे।”