मध्य प्रदेश के दमोह में दो समुदाय के बीच हुए विवाद में हालात तनावपूर्ण हो गए। स्थिति इतनी बिगड़ी की प्रदर्शनकारियों ने पथराव कर दिया। इसके बाद पुलिस ने मोर्चा संभाला। दमोह का हटा नगर छावनी में तब्दील हो गया है।
दरअसल, 14 अगस्त की रात सड़क हादसे में लक्ष्मी नारायण साहू नाम का युवक गंभीर रूप से घायल हो गया था। जिस कार से टक्कर लगने के बाद लक्ष्मी घायल हुआ था, उसे असलम नाम का युवक चला रहा था। इलाज के दौरान घायल युवक की मौत हो गई। इसके बाद हिंदू संगठनों में आक्रोश भर गया। 17 अगस्त की सुबह हिंदू संगठनों ने हटा में प्रदर्शन शुरू कर दिया।
हिंदू संगठनों ने बाजार की दुकानें बंद कराते हुए नारेबाजी शुरू कर दी। प्रदर्शनकारियों ने हटा पन्ना मुख्य मार्ग पर जाम कर दी। हालात बिगड़ते देख दमोह एसपी सहित जिले के अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। आसपास के थानों की पुलिस को भी मौके पर बुलाया गया। इसके बाद लोगों को समझा-बुझाकर जाम खुलवाया गया।
लगभग 6 घंटे चले प्रदर्शन के बाद हिंदू संगठनों ने जिला प्रशासन को ज्ञापन देते हुए मृतक के परिवार को 10 लाख की आर्थिक सहायता और आरोपी युवक के घर पर बुलडोजर चलाने की मांग की है। इसके लिए प्रशासन को 7 दिन का अल्टीमेटम दिया गया है। मृतक के परिजनों और हिंदू संगठनों का कहना है कि अगर 7 दिन के अंदर ज्ञापन पर कार्यवाही नहीं हुई तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।
वहीं, जिला प्रशासन ने जांच के बाद उचित कार्रवाई की बात कही है। एसपी श्रुत कीर्ति सोमबंश का कहना है कि पूरे प्रकरण की गंभीरता से जांच हो रही है। उसके बाद कार्रवाई की जाएगी।