अमेरिका के शिकागो में डेमोक्रेटिक नेशनल कन्वेंशन के तीसरे दिन एक हिंदू पुजारी ने ने पहला भाषण दिया। इस दौरान पूरा हॉल “ओम शांति शांति” के नारे गूंज उठा। इस दौरान मैरीलैंड के एक मंदिर के पुजारी राकेश भट्ट ने अमेरिका की एकता के लिए आशीर्वाद मांगते हुए वैदिक प्रार्थना की। राकेश भट्ट ने अपने भाषण के दौरान कहा, “भले ही हमारे बीच मतभेद हों लेकिन जब राष्ट्र की बात आती है तो हमें एकजुट होना चाहिए। हमें एकमत होना चाहिए। हमें एक साथ सोचना चाहिए। यह सब समाज की बेहतरी के लिए है।”
गुरुवार को कमला हैरिस के भाषण से पहले मंच संभालते हुए राकेश भट्ट ने अमेरिका के लोगों से एक ऐसे नेता को चुनने की अपील की जो ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की वैदिक परंपरा में विश्वास करता हो। राकेश भट्ट मैरीलैंड के श्री शिव विष्णु मंदिर में पुजारी हैं। वह भारतीय मूल के हैं जो बेंगलुरु से अमेरिका जाकर बस गए थे। वह हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत, तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और तुलु भाषा के जानकर हैं और उनके पास तीन भाषाओं संस्कृत, अंग्रेजी और कन्नड़ में स्नातक और मास्टर की डिग्री है।
‘डेमोक्रेटिक पार्टी समावेशिता और विविधता के लिए प्रतिबद्ध है’
डेमोक्रेटिक पार्टी के डिप्टी नेशनल फाइनेंस चेयर अजय भूतोरिया ने इस बारे में एक्स पर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा, “यह एक महत्वपूर्ण क्षण है जो दर्शाता है कि डेमोक्रेटिक पार्टी समावेशिता और विविधता के लिए प्रतिबद्ध है।” अजय भूतोरिया ने आगे कहा, “भारतीय अमेरिकी समुदाय की समृद्ध सांस्कृतिक और आध्यात्मिक परंपराओं को इतने बड़े मंच पर सम्मानित होते देखना उत्साहजनक है। यह क्षण अमेरिकी समाज के भीतर हमारे समुदाय के बढ़ते प्रभाव को दर्शाता है।”
कमला हैरिस बढ़त बनाती आ रही हैं नजर
डेमोक्रेट आधिकारिक तौर पर इस साल के अंत में होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों में डोनाल्ड ट्रम्प को हराने की उम्मीद के साथ 59 वर्षीय कमला हैरिस को कमान सौंप रहे हैं। अलग-अलग सर्वे की बात करे तो इस रेस में अभी भी ट्रंप आगे चल रहे हैं। हालांकि हैरिस थोड़ा आगे बढ़ती दिख रही हैं।