एमपी में भारी बारिश से बिगड़े हालात, 11 की मौत, 500 से अधिक बचाए गए, ग्वालियर-मुरैना में स्कूल बंद

एमपी में भारी बारिश से बिगड़े हालात, 11 की मौत, 500 से अधिक बचाए गए, ग्वालियर-मुरैना में स्कूल बंद


ग्वालियर में नर्सरी से आठ तक स्कूल बंद

मौसम विज्ञान विभाग के भोपाल केन्द्र के अधिकारी वीएस यादव ने बताया कि ग्वालियर और चंबल क्षेत्रों में भारी बारिश अगले 2 दिनों में कम होने की उम्मीद है। ग्वालियर में सुबह 8:30 बजे तक 24 घंटे की अवधि में 198.4 मिलीमीटर बारिश हुई। ग्वालियर में नर्सरी से कक्षा आठ तक के स्कूलों के साथ-साथ कार्यालयों को शुक्रवार और शनिवार को बंद रखने का आदेश दिया गया है।

राजगढ़ में सबसे अधिक 355.6 मिमी बारिश

राजगढ़ में सुबह 8:30 बजे समाप्त 24 घंटे की अवधि में सबसे अधिक 355.6 मिमी बारिश हुई है। मौसम विभाग के भोपाल केंद्र के अधिकारी वीएस यादव ने बताया कि बंगाल की खाड़ी से एक और अवदाब 15 सितंबर को एमपी के पूर्वी हिस्से से टकराने की संभावना है। इससे दो-तीन दिनों तक बारिश होने की उम्मीद है।

समय से पहले पूरा हुआ बारिश का कोटा

एमपी में 1 जून से 30 सितंबर तक सामान्य मानसून की स्थिति में औसत 949.5 मिमी बारिश होती है। लेकिन यह कोटा इससे पहले ही पूरा हो गया है। सूबे में अब तक 1022.4 मिमी बारिश हुई है। 1 जून से 12 सितंबर की सुबह तक मध्य प्रदेश में औसत 874.44 मिमी बारिश हुई है।

मुरैना में दो दिन स्कूल बंद

मुरैना जिले में हो रही बारिश के कारण छात्र-छात्राओं की सुरक्षा को देखते हुये जिला प्रशासन ने नर्सरी से लेकर कक्षा आठवीं तक के स्कूलों में अवकाश घोषित किया है। यह आदेश सरकारी, प्राइवेट और अर्धसरकारी सभी स्कूलों पर लागू होगा। हालांकि संस्था प्रमुख/प्राचार्य और स्कूल स्टाफ विद्यालय में रहकर अपने शासकीय कामकाज करेंगे। वहीं ग्वालियर जिले में भारी बारिश से तिघरा, रमौआ, ककैटो, अपर ककैटो, पहसारी और हरसी समेत सभी प्रमुख बांध पानी से लबालब हो गए हैं। सभी डैमों से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है।