जम्मू-कश्मीर में 84 फीसदी विधायक करोड़पति, सबसे ‘गरीब’ AAP तो सबसे अमीर कांग्रेस; भाजपा कहां

जम्मू-कश्मीर में 84 फीसदी विधायक करोड़पति, सबसे ‘गरीब’ AAP तो सबसे अमीर कांग्रेस; भाजपा कहां


जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस ने मिलकर बहुमत पार कर लिया। 90 विधानसभा सीटों वाले केंद्रशासित प्रदेश में दोनों दलों ने कुल 48 सीटें (एनसी के 42 और कांग्रेस के 6) जीतीं। एनसी नेता उमर अब्दुल्ला की अगुवाई में नई सरकार का गठन भी होने वाला है। ‘एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स’ (एडीआर) ने बताया है कि नवनिर्वाचित 84 प्रतिशत विधायक करोड़पति हैं और उनकी औसत घोषित संपत्ति 11.43 करोड़ रुपये है। नवनिर्वाचित करोड़पति विधायकों की संख्या 2014 की तुलना में नौ प्रतिशत अधिक है। छह कांग्रेस विधायकों की औसत कुल संपत्ति 30 करोड़ रुपये से कुछ अधिक है, जबकि 29 भाजपा विधायकों की औसत कुल संपत्ति 14.55 करोड़ रुपये है।

सबसे अमीर कांग्रेस विधायक तारिक हमीद कर्रा

आंकड़ों के अनुसार, विधायकों की औसत घोषित संपत्ति एक दशक पहले की तुलना में दोगुनी से भी अधिक हो गई है। औसत घोषित संपत्ति एक दशक पहले 4.56 करोड़ रुपये थी। कांग्रेस की जम्मू-कश्मीर इकाई के अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता देवेंद्र राणा 100 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति के साथ सबसे अमीर विधायकों में शामिल हैं। ‘सेंट्रल शाल्टेंग’ सीट से निर्वाचित कर्रा ने 148 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की है और वह जम्मू-कश्मीर के सबसे अमीर विधायक हैं। नगरोटा निर्वाचन क्षेत्र से जीतने वाले भाजपा नेता देवेंद्र राणा 126 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ दूसरे स्थान पर हैं।

अमीरी में एनसी विधायक मुश्ताक तीसरे नंबर पर

एडीआर के आंकड़ों के अनुसार, जम्मू-कश्मीर में नवनिर्वाचित 90 विधायकों में से 76 ने एक करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति घोषित की है जबकि 2014 में 87 विधायकों में से केवल 65 (75 प्रतिशत) ही करोड़पति थे। व्यवसायी एवं चंपोरा से नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के विधायक मुश्ताक अहमद गुरु 94 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ तीसरे सबसे अमीर विधायक हैं।

आम आदमी पार्टी के मेहराज सबसे गरीब विधायक

आम आदमी पार्टी (आप) के मेहराज मलिक जम्मू-कश्मीर के सबसे कम संपत्ति वाले विधायक हैं, जिनकी कुल संपत्ति सिर्फ 29,070 रुपये है। वह जम्मू-कश्मीर में ‘आप’ के पहले विधायक हैं। सबसे कम संपत्ति के मामले में करनाह से एनसी के विधायक जावेद अहमद मिरचल तीन लाख रुपये की संपत्ति के साथ दूसरे स्थान पर हैं और उनके पार्टी सहयोगी और कोकरनाग से विधायक जफर अली खटाना 34 लाख रुपये की संपत्ति के साथ तीसरे स्थान पर हैं।

पूरी लिस्ट

एडीआर के आंकड़ों के अनुसार, छह कांग्रेस विधायकों की औसत कुल संपत्ति 30 करोड़ रुपये से कुछ अधिक है, जबकि 29 भाजपा विधायकों की औसत कुल संपत्ति 14.55 करोड़ रुपये है। एनसी के 42 विधायकों की औसत संपत्ति 8.47 करोड़ रुपये है, तीन पीडीपी सदस्यों की औसत संपत्ति 4.25 करोड़ रुपये है और सात निर्दलीय विधायकों की औसत संपत्ति करीब पांच करोड़ रुपये है। एनसी के 88 फीसदी (37) विधायक करोड़पति हैं, जबकि भाजपा के 86 फीसदी (25) विधायकों की संपत्ति करोड़ों में है।

23 विधायकों की संपत्ति 10 करोड़ पार

कांग्रेस के सभी छह विधायकों तथा मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के एकमात्र विधायक और पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के एकमात्र विधायक ने एक करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति घोषित की है। आंकड़ों के अनुसार, 23 विधायकों की संपत्ति 10 करोड़ रुपये से अधिक है, जबकि 26 विधायकों की संपत्ति पांच करोड़ रुपये से अधिक लेकिन 10 करोड़ रुपये से कम है। एडीआर के आंकड़ों के अनुसार, सबसे ज्यादा 27 विधायक एक करोड़ रुपये से पांच करोड़ रुपये की सीमा में आते हैं, जबकि 14 विधायकों की संपत्ति एक करोड़ रुपये से कम है।