जहांगीराबाद थाने में एक मामला आया है, जिसमें एक ट्रैवल एजेंट ने उमराह के नाम पर एक व्यक्ति से ठगी की है। इस दौरान उसने तीन लाख रूपये भी पीडित से ले लिए थे, पैसे मिलते ही वह टालमटोल करने लगा, बाद में उसेन अपना मोबाइल भी बंद कर लिया था।
सऊदी अरब में तीर्थ यात्रा उमराह करने के नाम पर जहांगीराबाद इलाके में तीर्थ यात्रा उमराह करवाने के नाम पर एक मस्जिद के इमाम से तीन लाख रुपये की ठगी हो गई। इमाम ने एक ट्रैवल एजेंट को छह महीने पहले उमराह करने के लिए तीन लाख रुपये दिए थे।
शुरुआती तीन महीने तक एजेंट ने वीजा न मिलने का बहाना बनाया और फिर अपना फोन बंद कर भाग गया। इमाम की शिकायत पर जहांगीराबाद थाने में आरोपित एजेंट के विरूद्ध प्रकरण दर्ज किया गया है। पुलिस आरोपित की तलाश कर रही है।
पुलिस के अनुसार 45 वर्षीय सदर-ए-आलम जहांगीराबाद क्षेत्र में रहते हैं और एक मस्जिद में इमाम हैं। करीब एक साल पहले उनकी रफीक उर्फ रकीब से मस्जिद में ही मुलाकात हुई थी। रफीक का करोंद इलाके में ट्रैवल का आफिस है। सदर-ए-आलम और उनके पांच दोस्तों ने करीब छह महीने पहले सऊदी में उमराह करने के लिए रफीक को तीन लाख रुपये दिए थे।
रफीक ने रुपये लेने के बाद शुरूआती तीन महीने वीजा न मिलने का बहाना बनाया और फिर हज शुरू होने की बात कही। बाद में सदर और उनके दोस्तों ने रफीक से संपर्क करने का प्रयास किया तो उसका नंबर बंद मिला, उन्होंने तीन महीने तक उसे खोजा, लेकिन उसका ट्रैवल आफिस बंद मिला। साथ ही घर पहुंचे तो गायब मिला, जिसके बाद जहांगीराबाद थाने में शिकायत दर्ज की गई।