राजधानी में पकड़ाए फर्जी पुलिसकर्मी अब रोज कुछ ना कुछ नए राज खोल रहा है, उसका दावा है कि वह चार साल तक छतरपुर में नौकरी कर चुका है, इस बात में कितनी सच्चाई है अब छतरपुर से जानकारी जुटाई जा रही है। कितन हास्यपद है बात है कि एक व्यक्ति कैसे इतने लम्बे समय तक पुलिस की आंख में धूल झौंक रहा था।
कोर्ट के बाहर वसूली करते हुए पकड़े गए फर्जी पुलिसकर्मी ने पुलिस से पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा किया है। आरोपित आनंद सेन ने बताया कि वह भोपाल आने से पहले छतरपुर में पुलिसकर्मी के रूप में नौकरी कर चुका है। आरोपित वहां एक चौकी में आरक्षक के तौर पर पदस्थ था।
नौ महीने पहले वह परिवार के साथ राजधानी पहुंचा था और यहां अशोकागार्डन इलाके में परिवार के साथ रहता था। एमपी नगर थाना प्रभारी जयहिंद शर्मा ने बताया कि आरोपित के दावे को लेकर छतरपुर पुलिस से संपर्क किया जा रहा है। मंगलवार को उसे कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है।
छतरपुर पुलिस को नहीं लगा पता
पुलिस सू्त्रों का कहना है कि वह चार सात तक पुलिस के साथ काम कर रहा था, लेकन किसी को उसके बारे में यह पता नहीं चला कि वह नकली पुलिसकर्मी हैँ।
असली पुलिस के साथ फोटो खिंचवा कर झाड़ता था रौब
आरोपित आनंद सेन इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म इंस्टाग्राम पर काफी सक्रिय है। वह पुलिस अधिकारियों के साथ और पुलिस वाहनों के साथ वर्दी पहने कई फोटो अपलोड करता था। इसी के सहारे वह छोटे दुकानदार और सड़क पर वाहन चालकों को रोककर वसूली करता था।
तस्कर को दबोचा, अवैध शराब बरामद
आबकारी एक्ट के तहत दर्ज किया प्रकरण
भोपाल: आबकारी विभाग की टीम ने मंगलवार को एक तस्कर को दबोचकर उसके कब्जे से अवैध शराब बरामद की है।जिला आबकारी नियंत्रक आरजी भदौरिया ने बताया कि टीम भोपाल द्वारा नीलबड़ क्षेत्र में चेकिंग के दौरान काले रंग की एक्टिवा को रोक तलाशी ली गई।
जिसमें से 63 लीटर अवैध शराब बरामद की गई है। पूछताछ में तस्कर ने अपनी पहचान कमलेश पाटिल पिता भीमराव पाटिल के रूप में बताई है। उन्होंने बताया कि जिले में अवैध शराब तस्करी कर रहे आदतन अपराधियों पर नजर रखी जा रही है।
हाल ही में आबकारी विभाग द्वारा अवैध शराब तस्कर धनसिंह रघुवंशी, तेजसिंह यादव, अनिल अहिरवार, हेमवती बाई, अमन चंडालिया, आशिफ खां, जितेंद्र गुर्जर, विक्की सरदार को जेल भेजा जा चुका है।जबकि तस्कर गोल्डन,मनोज ,सुरेश पर भी नजर राी जा रही है।