बिलासा एयरपोर्ट बनेगा हाईटेक, छह महीने में दिखेगा नया स्वरूप

बिलासा एयरपोर्ट बनेगा हाईटेक, छह महीने में दिखेगा नया स्वरूप


मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के निर्देश पर एयरपोर्ट के इस बड़े कायाकल्प प्रोजेक्ट को मंजूरी मिली है। संभाग के लिए एक महत्वपूर्ण परियोजना के रूप में देखा जा रहा है। एयरपोर्ट के अपग्रेड होने से क्षेत्र में कनेक्टिविटी बेहतर होगी और आर्थिक विकास को भी रफ्तार मिलेगी।

बिलासा देवी केंवट एयरपोर्ट अब एक नई पहचान के साथ उभरने वाला है। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत तैयार किए गए नए डिजाइन को मूर्त रूप देने के लिए शासन ने पांच करोड़ रुपये की मंजूरी दी है। इस कायाकल्प से न केवल शहर के एयरपोर्ट की क्षमता और सुविधाएं बढ़ेंगी। यह बिलासपुर के स्मार्ट सिटी बनने के सपने को भी मजबूती देगा।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के निर्देश पर एयरपोर्ट के इस बड़े कायाकल्प प्रोजेक्ट को मंजूरी मिली है। संभाग के लिए एक महत्वपूर्ण परियोजना के रूप में देखा जा रहा है। एयरपोर्ट के अपग्रेड होने से क्षेत्र में कनेक्टिविटी बेहतर होगी और आर्थिक विकास को भी रफ्तार मिलेगी। कलेक्टर अवनीश शरण ने मंगलवार देर शाम एयरपोर्ट का निरीक्षण किया और अधिकारियों को काम की रफ्तार बढ़ाने के निर्देश भी दिए। उन्होंने नगर निगम कमिश्नर और पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों के साथ एयरपोर्ट में चल रहे कार्यों का जायजा भी लिया। कलेक्टर ने स्पष्ट कहा कि टेंडर प्रक्रिया 15 दिनों में पूरी होनी चाहिए और सभी कार्य छह महीने के भीतर हर हाल में पूर्ण होने चाहिए। निरीक्षण के दौरान एयरपोर्ट डायरेक्टर एन. बीरेन, पीडब्ल्यूडी के कार्यपालन अभियंता सीके. पांडे और अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

स्मार्ट सिटी का नया डिजाइन देगा आधुनिक रूप

एयरपोर्ट का नया डिजाइन स्मार्ट सिटी बिलासपुर द्वारा तैयार किया गया है, जिसमें आधुनिक सुविधाओं और सुरक्षा मानकों का खास ध्यान रखा गया है। रनवे, स्ट्रीट आइसोलेशन वे, फायर अप्रोच रोड, रनवे लाइटिंग, एप्रान हाई मास्ट और सेफ्टी वाच टावर जैसी सुविधाओं को नए सिरे से डिजाइन किया गया है। कलेक्टर ने इन सभी कार्यों की प्रगति की समीक्षा की और अधिकारियों को तेजी से काम पूरा करने के निर्देश दिए।

क्या बदलेगा एयरपोर्ट में?

इस प्रोजेक्ट के तहत एयरपोर्ट के कई पहलुओं में सुधार किए जाएंगे। रनवे को और मजबूत और विस्तारित किया जाएगा, जिससे बड़े विमानों की लैंडिंग और टेकआफ सुगम होगी। फायर सेफ्टी और एप्रान क्षेत्र को अपग्रेड किया जाएगा। हाई मास्ट लाइट और सेफ्टी टावर जैसे सुरक्षा उपायों को भी प्राथमिकता दी गई है।