Ladli Behna Yojana की किस्त आ सकती है 11, 12 या फिर 13 अप्रैल को

Ladli Behna Yojana की किस्त आ सकती है 11, 12 या फिर 13 अप्रैल को

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10 अप्रैल 2025 को लाड़ली बहना योजना की किस्त आने की संभावना है वहीं किसी कारण यह राशि नहीं आती तो वह 11, 12 या फिर 13 अप्रैल को यह किस्त आ सकती है। बता दें कि लाड़ली बहना योजना की 23वीं किस्त 10 तारीख को देने का निश्चय किया है लेकिन यह तारीख तब बदल जाती है जब कोई विशेष स्थति बने।

ऐसी संभावना जताई जा रही है कि विशेष कार्यक्रम के तहत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 11 अप्रैल को अशोकनगर जिले की ईसागढ़ तहसील स्थित श्री आनंदपुर धाम आएंगे, ऐसे में 10 की बजाय 11 अप्रैल को योजना की किस्त जारी की जा सकती है। साथ ही 12 को हनुमान जयंती या फिर 13 तारीख को गृहमंत्री अमित शाह के एमपी दौरे के दिन भी मोहन सरकार पैसे ट्रांसफर कर सकती है।

राशि बढ़ाने का भी कोई प्रस्ताव नहीं

बता दें कि सरकार जो महिलाओं को योजना के तहत 1250 रुपए दे रही है उस राशि को और आगे बढ़ाने का फिलहाल विचार नहीं है। एमपी विधानसभा में महिला बाल विकास मंत्री की मानें तो प्रदेश की लाड़ली बहना योजना से अब तक 15,748 महिलाओं के नाम उनकी मृत्यु के बाद हटाए हैं। 60 साल की उम्र पूरी करने वाली 3 लाख 19 हजार 991 महिलाओं के नाम स्वत: पोर्टल से हट गए हैं।

खाते में योजना के पैसे ट्रांसफर नहीं हुए तो….

योजना के तहत मिलने वाली राशि से 3 लाख 19 हजार 991 महिलाओं को स्कीम से बाहर कर दिया गया, क्योंकि उनकी उम्र 60 साल से ऊपर हो गई थी। इस कारण जनवरी 2025 में 60 साल की उम्र से ऊपर होने पर कई महिलाओं के नाम योजना से काट दिए गए थे।

पोर्टल से अपने आप कट जाता है नाम

अप्रैल 2025 में कई महिलाओं के नाम कटने के सवाल में सरकार ने कहा है कि जो महिला अपात्र की श्रेणी में आ जाती है पोर्टल से उसका नाम अपने आप कट जाता है। बता दें कि इस बार सतना जिले से 11 हजार महिलाओं को लाभ नहीं मिलेगा। 1. 27 करोड़ लाभार्थियों में से उम्र अधिक होने के चलते सतना व मैहर की 11 हजार महिलाओं को लाभ नहीं मिलेगा।

चुंकी नियम के तहत योजना का लाभ लेने के लिए महिलाओं की उम्र 23 से 60 वर्ष तक होनी चाहिए। वर्तमान में सतना व मैहर जिलों में तकरीबन 3 लाख 78 हजार महिलाओं को योजना का लाभ मिलता है, लेकिन 9 हजार महिलाओं की उम्र 60 वर्ष पूरी हो चुकी है, ऐसे में एमपी शासन के पोर्टल से उनका नाम ऑटोमेटिक हट गया है। इसके अलावा 2 हजार के करीब महिलाओं ने इस योजना का लाभ लेना स्वतः बंद कर दिया है।

आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनें

बता दें कि जनवरी 2024 से फरवरी 2025 के बीच सरकार द्वारा 22,227.89 करोड़ रुपये की राशि सीधे लाभार्थी महिलाओं के बैंक खातों में ट्रांसफर की गई थी, जबिक योजना के अंतर्गत हर महिला को प्रति माह 1250 रुपये, यानी वार्षिक 15,000 रुपये की आर्थिक सहायता दी जा रही है, जिससे वे आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन सकें।

ये है लाडली बहना योजना?

2023 में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से शुरू की गई मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना से आज मप्र की महिलायें सशक्त बन रही हैं। इस योजना के तहत सरकार पात्र विवाहित महिलाओं के खातों में प्रतिमाह राशि ट्रांसफर करती है। योजना का दायरा लगातार बढ़ाया जा रहा है, और अब यह राज्य की अग्रणी महिला सशक्तिकरण पहल बन चुकी है।

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