26 लाख महिलाओं के खाते में ट्रांसफर हुई सब्सिडी

26 लाख महिलाओं के खाते में ट्रांसफर हुई सब्सिडी

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उज्जवला योजना (Ujjwala Yojana) के तहत मिलने वाली सब्सिडी को मप्र सरकार हितग्राहियों के खाते में 341 करोड़ रुपए की राशि डीबीटी के माध्यम से सीधे लाभार्थी के खाते में ट्रांसफर कर दी है।

प्रधानमंत्री उज्जवला योजना (PMUY) और मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना (Ladli Behna Yojana) के तहत रसोई गैस सिलेंडर पर मिलने वाली सब्सिडी का लाभ लाखों महिलाओं को मिल रहा है। मप्र सरकार अभी हाल ही में मध्यप्रदेश सरकार ने इन योजनाओं के तहत 26 लाख से अधिक महिलाओं के खातों में 30.83 करोड़ की राशि ट्रांसफर की है।

योजना के तहत प्रति सिलेंडर 450 रुपए की सब्सिडी ट्रांसफर की गई है। इसके अलावा 56.83 लाख सामाजिक सुरक्षा पेंशन हितग्राहियों को 341 करोड़ रुपए की राशि ट्रांसफर की गई है। ?

सब्सिडी का पैसा आपके खाते में ट्रांसफर होता है

सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक हितग्राही अपने बैंक खाते की पासबुक में एंट्री कराकर या नजदीकी एटीएम से मिनी स्टेटमेंट निकालवाकर रसोई गैस सब्सिडी मिली या नहीं इसकी खुद जांच कर सकता है। वहीं यदि आपके खाते में सब्सिडी का पैसा आया है, तो उसकी एंट्री हितग्रसहर जरूर कर लें।

जब भी सब्सिडी का पैसा आपके खाते में ट्रांसफर होता है, तो आपको रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर SMS अलर्ट प्राप्त होता है। इसमें ट्रांजैक्शन की जानकारी होती है। इसलिए, अपने SMS बॉक्स को चेक करके भी आप इसकी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

शिकायत के लिये 18002333555 पर करें कॉल

सरकार द्वारा भेजी गई सब्सिडी नहीं आई और आप परेशान है तो चिंता करने की जरूरत नहीं है। आप इसकी शिकायत गैस कंपनी के कस्टमर केयर नंबर 18002333555 पर कॉल करके शिकायत दर्ज करा सकते हैं।

बता दें कि कभी कभी खाता तकनीकी कारणों से निष्क्रिय हो जाना, गैस कनेक्शन की जानकारी में कोई गलती होना शामिल हैं। ऐसे में यदि आपका बैंक खाता आधार से लिंक नहीं है तो इसे लिंक करवाएं। ईकेवाई की प्रक्रिया पूरी करें, गैस एजेंसी से संपर्क करके अपनी जानकारी अपडेट करवाएं।

यह है सरकार का उद्देश्य

देश की चर्चित योजना पीएम उज्जवला (PMUY) सरकार की एक प्रमुख कल्याणकारी योजना है, जिसके अंतर्गत आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की महिलाओं को मुफ्त गैस कनेक्शन और रसोई गैस सिलेंडर पर सब्सिडी का लाभ मिलता है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य यह है कि ग्रामीण और गरीब परिवारों को स्वच्छ ईंधन उपलब्ध कराना है, जिससे पारंपरिक चूल्हे से होने वाले धुएं और स्वास्थ्य समस्याओं से राहत मिल सके।

हर रिफिलिंग पर सब्सिडी भी सीधे मिलती है

योजना के तहत पात्र महिलाओं को नि:शुल्क एलपीजी कनेक्शन, पहली रिफिलिंग और एक चूल्हा भी उपलब्ध कराया जाता है। इसके अलावा, उज्ज्वला योजना की लाभार्थी महिलाओं को हर रिफिलिंग पर सब्सिडी भी सीधे उनके बैंक खाते में डीबीटी (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से दी जाती है। यदि आपने अभी तक इस योजना का लाभ नहीं लिया है, तो आप अपने नजदीकी एलपीजी वितरक से संपर्क कर आवश्यक दस्तावेजों के साथ आवेदन कर सकती हैं।

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