पेरिस ओलंपिक गेम्स में भारत को दूसरा मेडल टीम इवेंट के तौर पर मिला। भारत को इन खेलों में पहला पदक दिलाने वाली मनु भाकर ने ही देश को दूसरा पदक दिलाने में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने सरबजोत सिंह के साथ मिलकर 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल जीता। दोनों ने कोरिया की जोड़ी को 16-10 से हराया। मनु भाकर पहले ही इतिहास रच चुकी हैं, क्योंकि वे पहली महिला निशानेबाज हैं, जिन्होंने ओलंपिक मेडल जीता था, जब उन्होंने वुमेंस 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में कांस्य पदक जीता। अब वे आजादी के बाद देश के लिए एक ही ओलंपिक में दो मेडल जीतने वाली पहली और एकमात्र भारतीय खिलाड़ी बनी हैं। मेडल जीतने के बाद उन्होंने सभी को धन्यवाद कहा और साथी खिलाड़ी ने इस मैच को कठिन बताया।
पेरिस ओलंपिक गेम्स 2024 में एक और कांस्य पदक जीतने के बाद मनु भाकर ने कहा, “मुझे यह मेडल जीतने पर बहुत गर्व है और बहुत आभार महसूस हो रहा है। यह सिर्फ आशीर्वाद है। सभी का आशीर्वाद और प्यार के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद। हम केवल वही नियंत्रित कर सकते हैं, जो हमारे हाथ में है। मैंने यहां आने से पहले अपने पिता से इस बारे में बात की थी और तय किया था कि हम आखिरी शॉट तक लड़ते रहेंगे।”
वहीं, 22 वर्षीय सरबजोत सिंह ने पहला ओलंपिक मेडल जीतने पर कहा, “बहुत अच्छा लग रहा है। मैच कठिन था, लेकिन खुशी है कि हम इसे जीतने में सफल रहे। बहुत दबाव था, लेकिन भीड़ बहुत अच्छी थी।” 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम को यहां खूब समर्थन मिला। जैसे ही यह तय हुआ था कि भारत ने कांस्य पदक जीत लिया है, वैसे ही शूटिंग रेंज हॉल में तालियों की गड़गड़ाहट देखने को मिली। हालांकि, सरबजोत सिंह ने कई बार अपनी साथी खिलाड़ी को निराश किया, लेकिन मनु भाकर की फॉर्म काम आई और दोनों ने मिलकर कोरियाई जोड़ी को हरा दिया।