छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले में एक प्रेमी ने अपनी प्रेमिका की हत्या करके उसके शव को घाटी में फेंक दिया और फिर गिरफ्तार होने के डर से खुद भी आत्महत्या कर ली। मृतका का नाम सपना विश्वकर्मा था जोकि एक स्कूल में टीचर थी। महिला की गली लाश पुलिस ने बरामद की है। प्रेमी ने भी कथित तौर पर नदी में कूदकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी। वहीं मृतक आरोपी के मकान मालिक को महिला का शव छिपाने में मदद करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
कबीरधाम के एडिशन पुलिस सुपरिटेंडेंट विकास कुमार ने बताया कि हत्या की यह घटना दो अगस्त को बेमेतरा जिले के लोलेसरा गांव में हुई थी, लेकिन इसका खुलासा तब हुआ जब पीड़िता की मां ने आठ अगस्त को पड़ोसी कबीरधाम जिले में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि कबीरधाम जिले के दशरंगपुर पुलिस चौकी क्षेत्र की निवासी सावित्री विश्वकर्मा ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि उनकी बेटी सपना विश्वकर्मा, जो बाघामुड़ा सरकारी स्कूल में शिक्षिका थी, 27 जुलाई से लापता है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि सपना के कॉल डिटेल और मोबाइल लोकेशन से पता चला कि वह एक अगस्त तक, लोलेसरा (बेमेतरा) में रही थी। जांच के दौरान, पुलिस का ध्यान लोलेसरा निवासी रघुनाथ साहू पर गया, जिसने अपना घर 43 साल के राम आशीष उपाध्याय को किराए पर दिया था, जिसके साथ महिला रिश्ते में थी। एएसपी ने कहा, ‘साहू ने पुलिस को बताया कि उपाध्याय और सपना उसके घर में किराएदार के रूप में एक साथ रह रहे थे और दोनों के बीच अक्सर झगड़ा होता था। दो अगस्त को सुबह करीब 3 बजे उपाध्याय ने साहू को फोन किया, जो पास के दूसरे घर में रहता है, और उसे अपने घर आने के लिए कहा।’
अधिकारी ने बताया कि जब साहू वहां पहुंचा, तो उपाध्याय ने उसे बताया कि उसने विवाद के बाद सपना की गला घोंटकर हत्या कर दी और उसके शव को छिपाने में मकान मालिक की मदद मांगी। इसके बाद उपाध्याय साहू को अपने साथ पड़ोसी दुर्ग जिले के भिलाई शहर में अपने पैतृक स्थान पर ले गया और वहां से अपनी एसयूवी, स्कॉर्पियो को लोलेसरा ले आया। उन्होंने बताया कि इसके बाद दोनों ने शव को चादर में लपेटा और वाहन में डालकर रायपुर-जगदलपुर मार्ग पर बेमेतरा से 250 किलोमीटर से अधिक दूर केशकाल घाटी ले गए और वहां फेंक दिया। इस बीच, रविवार को बेमेतरा में शिवनाथ नदी में एक शव मिला और मृतक की पहचान उपाध्याय के रूप में हुई।