भुवनेश्वर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को अपना 74वां जन्मदिन मना रहे हैं। इस अवसर पर वह ओडिशा में हैं। इस दौरान प्रधानमंत्री ने यहां सुभद्रा योजना की शुरुआत की है। यह योजना महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए राज्य सरकार की एक प्रमुख योजना है। इसके तहत राज्य की 1 करोड़ से ज़्यादा महिलाओं को अगले पांच सालों में हर साल 10000 रुपये दिए जाने का ऐलान किया गया है। पीएम मोदी ने मुख्यमंत्री मोहन माझी, राज्यपाल रघुबर दास, केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और ओडिशा सरकार के अन्य मंत्रियों की मौजूदगी में भुवनेश्वर में एक भव्य समारोह में बटन दबाकर इस योजना की शुरुआत की।
अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को सुभद्रा योजना के तहत 25 लाख से अधिक महिलाओं को 5000 रुपये की पहली किस्त मिली है। सुभद्रा योजना बीजेपी के घोषणापत्र में ‘ओडिशा के लिए मोदी की गारंटी” के तहत एक प्रमुख वादा था जिसकी मदद से पार्टी ने इस साल जून में राज्य में पहली बार अपने दम पर सरकार बनाने में कामयाबी हासिल की। सरकार के मुताबिक इस योजना का उद्देश्य 21 से 60 वर्ष की आयु वर्ग की एक करोड़ महिलाओं को पांच सालों में 50,000 रुपये की नकद सहायता प्रदान करना है। राज्य सरकार इस योजना पर 55000 करोड़ रुपये खर्च करने की योजना बना रही है।
रेलवे परियोजनाओं को भी दिखाई हरी झंडी
पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री आवास योजना- शहरी की एक लाभार्थी से भुवनेश्वर में उसके घर पर मुलाकात की और अपने जन्मदिन के अवसर पर खीर भी खाई। इससे पहले पीएम मोदी ने मंगलवार को वर्चुअल मोड के माध्यम से 2,800 करोड़ रुपये की रेलवे परियोजनाओं और 1,000 करोड़ रुपये की राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी और उनका लोकार्पण किया।
PMAY के तहत 26 लाख लोगों ने गृह प्रवेश मनाया
पीएम ने प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के तहत 14 राज्यों के लगभग 13 लाख लाभार्थियों को वित्तीय सहायता की पहली किस्त भी जारी की। इस अवसर पर 26 लाख PMAY (ग्रामीण और शहरी) लाभार्थियों ने गृह प्रवेश मनाया। पीएम मोदी ने केंद्रीय योजना के तहत नए मकान मालिकों को घरों की चाबियां भी सौंपी। उन्होंने PMAYG के लिए अतिरिक्त घरों के सर्वेक्षण के लिए आवास+ 2024 ऐप भी लॉन्च किया।
गणेश पूजन में मैंने हिस्सा लिया तो ईकोसिस्टम के लोगों को दिक्कत हो गई: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ के घर गणेश पूजा में हिस्सा लिया था. सीजेआई चंद्रचूड़ के घर गणपति पूजा करने पर हुए विवाद के बाद पीएम मोदी ने मंगलवार को पहली बार प्रतिक्रिया दी है.
पीएम मोदी का कहना है कि आज भी समाज को बांटने और तोड़ने में लगे सत्ता के भूखे लोगों को गणेश पूजा से परेशानी हो रही है. मैंने गणेश पूजा में हिस्सा लिया तो कांग्रेस और उसके ईकोसिस्टम के लोगों को दिक्कत हो गई. समाज को बांटने वालों को गणेश उत्सव से परेशानी हो रही है :
उन्होंने कहा कि कुछ लोग मेरे गणपति पूजा में हिस्सा लेने से भड़के हुए हैं. कांग्रेस और इस ईकोसिस्टम के लोग इसलिए भड़के हुए हैं क्योंकि मैंने गणपति पूजन में हिस्सा लिया और कर्नाटक में जहां इनकी सरकार है, वहां इन लोगों ने और बड़ा अपराध किया है. इन लोगों ने भगवान गणेश की प्रतिमा को ही सलाखों के पीछे डाल दिया. पूरा देश उन तस्वीरों से विचलित हो गया था. ये नफरती सोच समाज में जहर घोलने की मानसिकता है, जो हमारे देश के लिए बहुत खतरनाक है. इस नफरत भरी सोच पर अंकुश लगाना जरूरी है. ऐसी ताकतों को हमें आगे बढ़ने नही देना है.
पीएम मोदी ने कहा कि गणेश उत्सव हमारे देश के लिए सिर्फ आस्था का पर्व नहीं है. गणेश उत्सव ने हमारे देश की आजादी में बहुत बड़ी भूमिका निभाई थी. जब सत्ता की भूख में अंग्रेज देश को बांटने में लगे थे, देश को जातियों के नाम पर लड़वाना, समाज में जहर घोलना, बांटो और राज करो उनका हथियार बन गया था. तब गणेश उत्सव ने आजादी में अहम भूमिका निभाई थी.
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछले हफ्ते सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ के घर पर गणपति पूजा समारोह में शामिल हुए थे. इस दौरान पीएम मोदी सीजेआई चंद्रचूड़ के साथ गणेश की आरती करते नजर आए थे. इस पूरे मामले पर विवाद हो गया था.