मिडिल ईस्ट में इजरायल और ईरान के बीच सीधी जंग की आशंका के बीच अब चीन भी इसमें कूदता नजर आ रहा है। चीन की आधिकारिक विदेशी सहायता एजेंसी, चाइना इंटरनेशनल डेवलपमेंट कोऑपरेशन एजेंसी ने मंगलवार को कहा है कि चीन युद्धग्रस्त लेबनान को आपातकालीन चिकित्सा आपूर्ति प्रदान करेगा। वहीं लेबनान में इज़राइल ने हिज़्बुल्लाह पर हमले की तीव्रता और बढ़ा दी है। वहीं हिजबुल्लाह ने भी सोमवार को इजरायल के हाइफा शहर में 100 से ज्यादा मिसाइलें बरसाई हैं।
चीन की इस सरकारी एजेंसी के प्रवक्ता ली मिंग ने एक बयान में कहा है कि हाल ही में जंग बढ़ने के बाद लेबनान में कई जगहों पर विस्फोट और हवाई हमले हुए हैं जिससे बड़ी संख्या में लोग हताहत हुए हैं। बयान में कहा गया है, “लेबनान सरकार के अनुरोध पर चीनी सरकार ने लेबनान को स्वास्थ्य सुविधा में मदद करने के लिए आपातकालीन मानवीय चिकित्सा आपूर्ति प्रदान करने का फैसला लिया है।” चीन ने इससे पहले भी लेबनान को मदद का आश्वासन दिया था।
पिछले महीने चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने पिछले महीने लेबनान के विदेश मंत्री अब्दुल्ला हबीब से मुलाकात की थी और समर्थन का भरोसा दिया था। इस दौरान चीनी विदेश मंत्री ने इजराइली पेजर हमलों की निंदा भी की थी। चीन ने इस दौरान कहा था कि चाहे स्थिति कुछ भी हो वह अपने अरब भाइयों के साथ खड़ा रहेगा। चीन ने यह भी कहा था कि मिडिल ईस्ट की समस्याओं का अंत जंग से नहीं होगा।
इधर हमास के हमले के एक साल पूरा होने के मौके पर इजरायल ने गाजा के साथ-साथ लेबनान में भी जोरदार हमले करने शुरू कर दिए हैं। युद्ध का केन्द्र अब उत्तर लेबनान की ओर हो गया है, जहां इजरायली सेना हिजबुल्लाह के साथ जंग लड़ रही है। ईरान समर्थित हिजबुल्लाह ने 8 अक्टूबर को हमास के समर्थन में इजरायल पर हमले शुरू कर दिए थे।