Weather of MP: प्रदेश में एक बार फिर सक्रिय हुए मानसून, अगले 24 घंटे में 3 संभागों में होगी बारिश

Weather of MP: प्रदेश में एक बार फिर सक्रिय हुए मानसून, अगले 24 घंटे में 3 संभागों में होगी बारिश


अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में मौसम प्रणालियों के प्रभाव से मध्य प्रदेश में बादल छा गए हैं और बारिश हो रही है। जबलपुर, नर्मदापुरम और इंदौर में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। मौसम का मिजाज अगले दो-तीन दिन तक बना रहने की संभावना है।

अरब सागर एवं बंगाल की खाड़ी में बनी मौसम प्रणालियों के असर से हवाओं के साथ नमी आने लगी है। इस वजह से मध्य प्रदेश में बादल छाने लगे हैं। साथ ही जबलपुर, नर्मदापुरम और इंदौर संभाग के जिलों में गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम स्तर की बारिश होने लगी है।

मौसम विज्ञानियों के मुताबिक मौसम का इस तरह का मिजाज अभी दो-तीन दिन तक बना रह सकता है। शुक्रवार को भी इंदौर, जबलपुर, नर्मदापुरम संभाग के जिलों में बारिश होने के आसार हैं। शेष क्षेत्रों में भी बूंदाबांदी हो सकती है। प्रदेश में सबसे अधिक 35.4 डिग्री सेल्सियस तापमान खजुराहो में दर्ज किया गया।

मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक अरब सागर में गहरा कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। बंगाल की खाड़ी में तमिलनाडु के तट पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। गहरे कम दबाव के क्षेत्र से केरल, तमिलनाडु होते हुए बंगाल की खाड़ी तक एक द्रोणिका बनी हुई है। पाकिस्तान और उससे लगे जम्मू पर एक पश्चिमी विक्षोभ हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है।

इन संभागों में होगी जमकर बारिश

मौसम विज्ञान केंद्र ने पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि अलग-अलग स्थानों पर बनी मौसम प्रणालियों के असर से हवाओं के साथ नमी आने लगी है। इस वजह से प्रदेश के अधिकतर जिलों में बादल छाने लगे हैं। साथ ही इंदौर, नर्मदापुरम, जबलपुर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं बारिश हो रही है।

अरब सागर में बने गहरे कम दबाव के क्षेत्र के दो दिन में अवदाब के क्षेत्र में परिवर्तित होकर उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ने की संभावना है। इस वजह से प्रदेश में दो-तीन दिन तक मौसम का मिजाज इसी तरह बना रहने की संभावना है।

यहां हुई इतनी बारिश

गुरुवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक पचमढ़ी में नौ, मलाजखंड में छह, खरगोन एवं नरसिंहपुर में दो और इंदौर में 0.4 मिलीमीटर बारिश हुई।