जबलपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म एक पर दो महिला एसआई की दबंगई …

जबलपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म एक पर दो महिला एसआई की दबंगई …


मध्‍य प्रदेश के जबलपुर में वाहन का किराया मांगना महंगा पड़ गया। कर्मचारी के साथ मारपीट करने वाली दो महिला एसआइ में एक आकांश सिंह जीआरपी थाना जबलपुर में पदस्थ है, दूसरी बरेला थाने में पदस्थ आरती मंडलोई है। इस मामले में जीआरपी और जिला पुलिस, दोनों ही मामले की जांच कर रही हैं।

मुख्य रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक के बाहर वाहन स्टैंड पर तैनात कर्मचारी को महिला एसआई से वाहन का किराया मांगना महंगा पड़ गया। पहले किराए को लेकर कर्मचारी के साथ महिला एसआइ ने विवाद किया और फिर देखते ही देखते दूसरी महिला एसआइ ने मौके पर ही धुनाई कर दी।

डरा कर्मचारी मौके से भाग निकला और फिर नौकरी छोड़कर गांव चला गया

घटना से डरा कर्मचारी मौके से भाग निकला और फिर नौकरी छोड़कर गांव चला गया। घटना 21 अक्टूबर की रात 10़ 35 बजे का है, लेकिन इसका सीसीटीवी फुटेज सोमवार को सामने आया, जिसके बाद जीआरपी से लेकर जिला पुलिस तक हड़कंप मच गया।

बरेला थाने में पदस्थ महिला सब इंस्पेक्टर का किराए को लेकर विवाद हुआ था

दरअसल बरेला थाने में पदस्थ एक महिला सब इंस्पेक्टर का वाहन के किराए को लेकर विवाद हुआ था। बताया जाता है कि विवाद बरेला थाने में पदस्थ महिला सब इंस्पेक्टर के साथ शुरू हुआ। वे स्टैंड में अपनी गाड़ी खड़ी करके चली गई थी।

स्टैंड में खड़ी कार ले जाने पर पैसे मांगे, सब इंस्पेक्टर ने वर्दी का रौब दिखाया

21 अक्टूबर को वे जब वह वापस आई और स्टैंड में खड़ी कार ले जाने लगी तो कर्मचारी ने पैसे मांगे, इस पर महिला सब इंस्पेक्टर ने वर्दी का रौब दिखाया।

यदि आप पैसे नहीं देंगे तो स्टैंड संचालक मेरी सैलरी से पैसे काट लेगा

पैसे न देने की बात कही, इस पर स्टैंड के कर्मचारी ने उन्हें दो सौ रुपये देने कहा और बताया कि यदि आप पैसे नहीं देंगे तो स्टैंड संचालक मेरी सैलरी से पैसे काट लेगा।

महिला एसआई भड़क गई और जीआरपी थाने में फोन लगाया

सब इंस्पेक्टर बिना पैसे दिए जाने लगी तो कर्मचारी ने उनकी गाड़ी रोक ली, यह देखते महिला एसआई भड़क गई और जीआरपी थाने में फोन लगाया।

एसआई आकांक्षा सिंह वहां पहुंची और स्टैंड कर्मचारी पर थप्पड़ मारना शुरू कर दिया

थाने में पदस्थ एसआई आकांक्षा सिंह वहां पहुंची और स्टैंड कर्मचारी पर थप्पड़ मारना शुरू कर दिया। एसआई की धमकी के बाद सोनू सिंह ने काम ही छोड़ दिया और अपने गांव चला गया।