आप जॉइन्ट होम-लोन के बारे में सोच-समझ कर फैसला ले सकते हैं। फाइनैंस और लोन की दुनिया में ढेरों अवसर और संभावनाएं हैं। आपके भावी लक्ष्यों के लिए क्या अच्छा होगा, इसे ध्यान में रखते हुए सोच समझ कर अपना विकल्प चुनें। आपके लिए ज़्यादा महंगी प्रॉपर्टी खरीदना या प्रीमियम फीचर्स वाली, मनपसंद प्रॉपर्टी खरीदना आसान हो जाता है।
जॉइन्ट होम लोन लेना एक अच्छा तरीका है, इससे आपको लोन मिलने की संभावना बढ़ती है, साथ ही आप टैक्स के फायदे भी पा सकते हैं। इसे स्मार्ट फाइनैंशियल फैसला कहा जा सकता है, हालांकि इसके साथ कई चुनौतियां और जोखिम हो सकते हैं। इसलिए अगर आप भी जॉइन्ट होम लोन लेने के बारे में सोच रहे हैं तो फैसला लेने से पहले एक बार इसके फायदे और नुकसान के बारे में अच्छी तरह जान लें।
जॉइन्ट होम लोन के लिए आवेदन करने के फायदे
- जब भी आप जॉइन्ट होम लोन के लिए आवेदन करते हैं तो आप दोनों की आय को ध्यान में रखते हुए लोन के लिए अप्रूवल दिया जाता है, इससे आपकी लोन एलिजिबिलिटी बढ़ जाती है।
- दोनों की आय एक साथ मिलाने से फाइनैंशियल प्रोफाइल मजबूत हो जाता है और आपको ज़्यादा राशि के लोन के लिए अप्रूवल मिल सकता है।
- इस तरह लोन के लिए जल्द अनुमोदन मिलता है- जॉइन्ट होम लोन के लिए आवेदन करने से फाइनेंशियल प्रोफाइल मजबूत हो जाती है और लोन के लिए अनुमोदन मिलने की संभावना बढ़ जाती है।
- अगर आपके साथ आवेदन करने वाले उम्मीदवार का क्रेडिट स्कोर अच्छा है, तो आपका क्रेडिट स्कोर कम होने पर भी आसानी से अनुमोदन मिल जाएगा।
- लोन देने वाले बैंक सभी आवेदनकर्ताओं के बैकग्राउण्ड की समीक्षा करते हैं, क्योंकि लोन का भुगतान करना सभी आवेदनकर्ताओं की एक समान ज़िम्मेदारी होती है।
होम लोन की प्रतिस्पर्धी दरें
- जॉइन्ट होम लोन लेने से आप बेहतर ब्याज़ दर का फायदा पा सकते हैं। उदाहरण के लिए अगर दोनों आवेदनकर्ताओं की क्रेडिट हिस्ट्री अच्छी है तो दोनों का क्रेडिट स्कोर मिलकर और भी मजबूत हो जाएगा। इसलिए लोन देने वाला बैंक आपको सस्ती ब्याज़ दर ऑफर करेगा।
- दूसरा कारण यह है कि जॉइन्ट होम लोन के मामले में जोखिम कम हो जाता है, क्योंकि लोन देने वाला बैंक दोनों की भुगतान की क्षमता पर विचार करता है। इससे बेहतर ब्याज़ दर पर लोन मिलने की संभावना बढ़ती है।
टैक्स में भी बचत
- जॉइन्ट होम लोन में पुराने रीजीम के तहत आप कर के फायदे भी पा सकते हैं। हर आवेदनकर्ता अपनी सम्पत्ति पर चुकाए गए ब्याज़ के लिए आयकर की धारा 1961 के तहत रु 2 लाख सालाना तक कटौती के लिए दावा कर सकता है।
- यानि व्यवहारिक रूप से देखा जाए तो एक कपल एक साथ मिलकर सालाना रु 4 लाख तक की बचत का लाभ उठा सकता है।
- इसके अलावा जॉइन्ट होम लोने के लिए आवेदन करने पर आप हर साल होम लोन के प्रिसिपल रीपेमेंट पोर्शन के लिए धारा 80 सी के तहत रु 1.5 लाख तक की कटौती के लिए दावा कर सकते हैं।
- साथ ही धारा 80 सी के तहत अन्य निवेश जैसे पीपीएफ, जीवन बीमा प्रीमियम के फायदे तो मिलते ही हैं। पहली बार घर खरीदने वाले धारा 80 ईईए के तहत रु 50,000 तक की अतिरिक्त छूट का फायदा पा सकते हैं।
- हालांकि जॉइन्ट होम लोन के लिए आवेदन करने से पहले इसकी खामियों पर ध्यान देना भी ज़रूरी है। इनमें शामिल हैं।
संयुक्त जवाबदेही
जॉइन्ट होम लोन के मामले में, होम लोन चुकाने के लिए, दोनों उम्मीदवारों की बराबर ज़िम्मेदारी होती है। लेकिन अगर किसी कारणवश एक उम्मीदवार लोन के लिए भुगतान नहीं कर पाता, तो लोन देने वाला बैंक दोनों पार्टियों से शेष राशि की वसूली करता है।
क्रेडिट स्कोर पर प्रभाव
- अगर कोई एक आवेदनकर्ता ईएमआई देने से चूक जाए तो इसका बुरा असर आप दोनों के क्रेडिट स्कोर पर पड़ेगा।
- लोन चुकाना दोनों की बराबर ज़िम्मेदारी है इसलिए देरी से भुगतान या डिफॉल्ट की जानकारी दोनों की क्रेडिट रिपोर्ट में दिखेगी।
- क्रेडिट स्कोर कम होने से भविष्य में आपको लोन या क्रेडिट कार्ड पाने के लिए जूझना पड़ सकता है।
- इसके अलावा क्रेडिट स्कोर कम होने से आपको भविष्य में ज़्यादा ब्याज़ दर पर ही लोन मिलेगा, जिससे लोन की लागत बढ़ जाएगी।
अपना हिस्सा बेचना मुश्किल
जॉइन्ट प्रॉपर्टी में से अपना हिस्सा बेचना मुश्किल हो सकता हे, अगर आपका जॉइन्ट होम लोन खत्म नहीं हुआ है। सबसे पहले ऐसा खरीददारी ढूंढना पड़ेगा जो प्रॉपर्टी में से सिर्फ आपका शेयर खरीदने के लिए तैयार हो। ज़्यादातर खरीददार पूरी प्रॉपर्टी ही खरीदना चाहते हैं।